भोजपुरी भाषा के क्षेत्र विस्तार की बात की जाए तो यह देखा जा सकता है कि वर्तमान समय में भोजपुरी भाषा का विस्तार बहुत तेजी से हो रहा है। भोजपुरी भाषा केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में भी प्रसिद्ध हो रही है। दिन-प्रतिदिन भोजपुरी बोलने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। यदि अपने देश से इतर बात करें तो यह नेपाल, मॉरीशस, फिजी, टिनीडाड, गुयाना, जमैका, वर्मा आदि देशों में बहुतायत में बोली जाती है। इनके अलावा जिन भी देशों में भोजपुरी भाषी बसे हुए हैं, वे आपसी व्यवहारिक प्रयोग में भोजपुरी का ही प्रयोग करते हैं जिससे भोजपुरी का विकास सतत हो रहा है ।
शिक्षा की दुनिया से लेकर लोक सांस्कृतिक, लोकनृत्य, भोजपुरी सिनेमा जगत, नौटंकी आदि क्षेत्रों में भोजपुरी की प्रसिद्धि बढ़ती जा रही है। हिंदी फिल्मों के साथ-साथ दक्षिण भारत के फिल्मों के हिंदी अनुवाद में भी भोजपुरी भाषा के प्रयोग का उदहारण आपको सरलता से देखने को मिल सकता है ।
भोजपुरी भाषा की भौगोलिक क्षेत्र को देखा जाए तो भोजपुरी भाषा भारत के पांच राज्यों की मुख्य भाषा के रूप में बोली जाती है। जहां संवैधानिक रूप से राज्यों का कार्य भोजपुरी भाषा में नहीं होता है लेकिन व्यावहारिक रूप में भोजपुरी भाषा का प्रयोग इन मुख्य पांच राज्यों द्वारा किया जाता है। वे पांच राज्य निम्न हैं- बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश। इन राज्यों के अलावा देश के प्रत्येक राज्यों में जहाँ भी भोजपुरी भाषी बसे हुए हैं। वे आपसी व्यवहार में भोजपुरी का ही प्रयोग करते रहते हैं। देखा जाए तो इन पांच राज्यों में सबसे ज्यादा बिहार और उत्तर प्रदेश दो राज्यों में बहुतायत मात्रा में भोजपुरी बोली जाती है।
बिहार में भोजपुरी बोले जाने वाले जिलों का मानचित्र –
भारत के बिहार राज्य के भोजपुर, बक्सर, भभुआ, रोहतास, सारण, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारन,
पश्चिमी चम्पारन, मुजफ्फरपुर के पश्चिमी क्षेत्र तथा राँची
और पलामू के अधिकांश क्षेत्र के अंतर्गत भोजपुरी भाषा का प्रचलन है अर्थात् बोली
जाती है।
उत्तर प्रदेश में भोजपुरी बोले जाने वाले जिलों का मानचित्र –
उत्तर प्रदेश के बलिया, गाजीपुर, देवरिया, गोरखपुर, बस्ती, मऊ, आजमगढ़, जौनपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, सोनभद्र आदि जिले में भोजपुरी भाषा बोली
जाती है। छत्तीसगढ़ के जसपुर, विलासपुर,
सरगुजा आदि क्षेत्रों में भोजपुरी भाषा बोली जाती है।
भाषा वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर देखें तो भोजपुरी भाषा
का क्षेत्र इतने बड़े भू-भाग में प्रचलित है। इतने बड़े भू-भाग में बोले जाने कारण
क्षेत्रगत रूप स्तर पर विभिन्नताएं देखने को मिलती हैं।
डॉ. ग्रियसन ने भोजपुरी के कुछ भाषाई क्षेत्र “बिहार राज्य के आरा तथा उत्तर प्रदेश के बलिया, देवरिया तथा गाजीपुर के पूर्वी क्षेत्र तथा घाघरा एवं गंडक के दोवाब” को मानक भाषा माना है।
संदर्भ सूची :
- भोजपुरी भाषा और साहित्य - तिवारी उदयनारायण
- मानक भोजपुरी भाषा - डॉ. जयकांत सिंह
- आधुनिक भोजपुरी भाषा के विकास के कुछ पक्ष - रामबख्स मिश्र
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