Saturday, January 1, 2022

समुद्र से सीखें

 समुद्र के किनारे जब एक लहर आई तो एक बच्चे की चप्पल अपने साथ बहा ले गई। बच्चा रेत पर अंगुली से लिखता है

"समुद्र चोर है"



उसी समुद्र के दूसरे किनारे एक मछुवारा बहुत सारी मछलियां पकड़ लेता है। वह उसी रेत पर लिखता है-

"समुद्र मेरा पालनहार है"




एक युवक समुद्र में डूबकर मर जाता है। उसकी मां रेत पर लिखती है

"समुद्र हत्यारा है"


एक दूसरे किनारे एक बूढ़ा टेढ़ी कमर लिए रेत पर टहल रहा था उसे एक बड़े सीप में एक अनमोल मोती मिल गया। वह रेत पर लिखता है

"समुद्र दानी है"


अचानक एक बड़ी लहर आती है और सारे लिखा मिटा कर चली जाती है। लोग जो भी कहें समुद्र के बारे में लेकिन विशाल समुद्र अपनी लहरों में मस्त रहता हैअपने उफान और शांति वह अपने हिसाब से तय करता है।


अगर विशाल समुद्र बनना है तो किसी के निर्णय पर आप ध्यान न देंजो करना है अपने हिसाब सेस्वविकेक से करें।

जो व्यतीत हो गया उसकी चिंता न करें। लाभ-हानिविजय-पराजयखोना-पानासुख-दुख, इन सबकी वजह से मन को विचलित न होने दें।

यदि जीवन सुख शांति से ही भरा होता तो आदमी जन्म लेते समय रोता नहींजन्म के समय रोना और मरकर रुलानाइसी के बीच के संघर्ष भरे समय को जीवन कहते हैं।   

(Fb के वाल से)......धन्यवाद


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