Monday, July 15, 2019

हिंदी में अन्विति




हिंदी में अन्विति

अन्विति की परिभाषा- वाक्य में प्रयुक्त संज्ञा पद के लिंग, वचन, पुरुष, कारक के अनुसार किसी दूसरे पद (क्रिया) में होने वाले परिवर्तन को अन्विति कहते हैं।
वाक्यों में कर्ता एवं कर्म के साथ परसर्गों के आने एवं न आने की दशा में क्रिया में होने वाले परिवर्तन के कुछ निम्न उदाहरण-
·       राम आम खाता है
(जब कर्ता एवं कर्म के साथ कोई परसर्गीय चिह्न न हो तो हमेशा कर्ता के अनुसार अन्विति होगी)
·       राम ने आम खाया
(जब कर्ता के साथ ने परसर्ग हो तथा कर्म के साथ कोई परसर्गीय चिह्न न हो तो कर्म के अनुसार अन्विति होगी)
·       राम मोहन को पढ़ा रहा है।
(जब कर्ता के साथ कोई परसर्गीय चिह्न न हो और कर्म के साथ को परसर्ग हो तो कर्ता के अनुसार अन्विति होगी)
·       (1). सिपाही ने चोर को पकड़ा ।          (2). माँ ने चोर को पकड़ा
(जब कर्ता एवं कर्म दोनों के साथ परसर्गीय चिह्न हों तो अन्विति नहीं होगी और क्रिया सामान्य(Neutral) होगी)
           नोट : Neutral- क्रिया की स्थिति (एकवचन, पुल्लिंग एवं अन्य पुरुष) में होगी।
·       (1). पिता ने पुत्र को चिट्ठी लिखी।          (2). माँ ने बेटी को पत्र लिखा

(जब कर्ता के साथ ने परसर्ग हो और वाक्य द्विकर्मक की स्थिति में हो तो मुख्य कर्म के अनुसार अन्विति होगी)

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